Date: 17.12.2024
निगाह यार यदि फुर्कत में,
आशनाई राज करे।
खूबि ए किस्मत पर,
हरिनाम क्यो न नाज करे।।
Date: 18.12.2024
गुले राजना की नजाकत,
देखेगा ये जहां।
नसीमे सुबह लेके,
हरिनाम आया है।।
हरिनाम हददे तामील,
अल्लाह है।
रोशनी रहगुजर, रोशनी रहगुजर, रोशनी रहगुजर। ।
मुर्शिद जो बोलता है,
सदा और है।
हरिनाम जिस पे मरता,
वो अदा और है।।
मुर्शिद जो बोलता है,
सदा और है।
हरिनाम जिस पे मरता,
वो अदा और है।।
मसनूई बातें बहुत,
हरिनाम किया करते हैं।
समा की आग में ,
परवाने जला करते हैं।।
जान जाना जान जाना,जान जाना जी।
हरिनाम जान जाना के पीछे,जान जाना ही लाजिम है।
तुर्रए- शमीमे- गेसुए- यार आया है।
हरिनाम रूहानी चमन,बहार लाया है।।
नौरंग ए-दो आलम,हरिनाम है यारो।
चङ चल कोहेतूर,नूर तूर के जरिये।।
शैताने वाकियात जो,इस वक्त है जारी।
घवङाओ नहीं हरिनाम खुदा खैर करेगा।।
मानेंगे नसीहत, हरिनाम रूहानी वशर।
खयावां है ये जहां,दरिया होके जा गुजर।।
हरिनाम आरजू है,अब तो बस इतनी।
तवादेफना जनाजा,निकले तेरी गली तक।।
इश्क आसान नहिं यारो,बस इतना समझ लीजे।
आग के दरिया में,हरिनाम ढूबना है।।
हरिनाम रंग देती मोहब्बत,
जब दिल से दिल मिलता है।
मगर मुश्किल तो ये है,
दिल बङी मुश्किल से मिलता है।।🙏
हरिनाम तपसे ना तमाम होती है,
न इसकी सुबह होती है न इसकी शाम होती है।
Date: 19.12.2024
गर्दिशे हयात से रखले जो आबरू,हरिनाम के सिवा कोई नजर आता नही।
हयाते वे खुदी हरिनाम ना महसूस थी मुझको ,होश आया तो मुझको अपनी हस्ती का पता नही।
जो लहास की साथी नहीं हुयी,
वो पास की साथी क्या होगी।
हरिनाम खलकत के साथी हैं जो,
तवससुम गुल लुटायेंगे क्या।।
दयाल के यहा सुख ही सुख, दुख देने वाला काल है।
हरिनाम साथ हटते ही,जिन्दगी जंजाल है ।।
गलती पर गलती करते रहो ,द्वारिकाधीश माफ करेंगे क्या ।
हरिनाम खुद व खुद सोचो जरा ,न्याय सिधांत हटा देंगे क्या। ।
Date: 20.12.2024
फकत मुर्शिद खुदाई नूर का हरिनाम सितारा।
उस रू ए-तावनाक की सुबहे बहार है।।
दैरो हरम के रास्ते में,
दिल दिलवर को दिया।
दिले नाशाद है हरिनाम,
खुदा खैर करे।।
ज़ालिम जुल्म कमाय कर,
बेदर्दी मत होय।
पत्थर दिल के किये से,
हरिनाम मिले नहीं तोय।।
सैंकड़ो ऊन के फंदे, सलाई बहन करती है।
हरिनाम चन्द फंदो में ही, जां निकलती है।।
यदि सभी फंदे, इन्सान को होते।
बन्दे की चलती क्या, खुद खुदा रोते।।
